भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम Most VVI

 भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम Most VVI

  • 19 अप्रैल, 1975 को तत्कालीन सोवियत संघ के बैकानूर प्रक्षेपण केन्द्र से कास्मोस प्रक्षेपण यान द्वारा प्रथम भारतीय उपग्रह आर्यभट्ट को प्रक्षेपित किया गया।
  • भारत में निर्मित पहले उपग्रह प्रक्षेपण वाहन SLV-3 से श्रीहरिकोटा स्थित प्रक्षेपण केन्द्र से रोहिणी उपग्रह को 18 जुलाई, 1990 को प्रक्षेपित किया गया ।
  • 1 अप्रैल, 1984 को भारतीय अंतरिक्ष यात्रीराकेश शर्मा, सोयूज नामक सोवियत यान से अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय बने । 
  • इनसेट-2ए देश में बना पहला उपग्रह था,जिसे 10 जुलाई, 1992 को कोरू से एरियन राकेट द्वारा अंतरिक्ष में भेजा गया। 

 •19 नवंबर, 1997 को अमेरिकी अंतरिक्ष यान कोलबियां से कल्पना चावला अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम भारतीय महिला बनी।

 •1 फरवरी, 2003 को कोलंबिया अतंरिक्ष यान दुर्घटना में मारी गयी कल्पना चावला की याद में मैटसेट श्रेणी के उपग्रह का नाम बदलकर कल्पना रखा गया ।

• चन्द्रयान I पर मौजूद मून मिनरल मैपर पर (M) ने चन्द्रमा की सतह पर जल की मौजूदगी की पुष्टि की।

  • 5 जनवरी, 2014 को प्रक्षेपित GSLV-D5 में स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन लगा था।

चन्द्रयान - I


● चन्द्रमा के लिए भारत का पहला मिशन "चन्द्रयान -I" है। यह विश्व का 68वाँ चन्द्र अभियान है।


→ भारत ने अपने पहले चन्द्रयान का प्रक्षेपण श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 22 अक्टूबर, 2008 को ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण वाहन (PSLV-C11) के जरिए किया ।


मंगल मिशन


→ भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा पूर्ण रूप से तैयार मंगल मिशन जिसे मंगलयान नाम दिया गया है, 24 सितम्बर, 2014 को सुबह 8 बजे मंगल की कक्षा में प्रवेश कर गया। इसके साथ ही अपने पहले प्रयास में मंगल पर पहुँचने वाला भारत विश्व का पहला देश बन गया है।


● इसरो द्वारा मंगलयान नामक अपनी अंतरिक्ष परियोजना के अंतर्गत 5 नवम्बर, 2013 को मंगल ग्रह की परिक्रमा करने हेतु एक उपग्रह आन्ध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान पीएसएलवी सी-25 के द्वारा सफलतापूर्वक छोड़ा गया था ।

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