आनुवंशिकी (Genetics)

 आनुवंशिकी (Genetics)


विज्ञान की वह शाखा जिसमें माता-पिता तथा संतान के समान या असमान गुणों का अध्ययन किया जाता है आनुवंशिकी कहलाता है और संतति में पैतृक लक्षणों के संचरण को आनुवंशिकता कहते हैं। एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में संचारित होने वाले गुण आनुवाशिक लक्षण कहलाते हैं|


ग्रेगर जोहान मेंडल : आनुवंशिकता के हैं, नियमों का अध्ययन सर्वप्रथम आस्ट्रिया के एक से मठ के पादरी मेंडल ने किया था। उन्होंने मटर के पौधों (Pisum sativum) पर आनुवांशिकता के प्रयोग किए ओर वंशागति के नियम प्रतिपा. दित किए। इसीलिए मेंडल को आनुवंशिकता का जनक (Father of Genetics) कहा जाता है।

लिंग गुणसूत्र ( Sex chromosone) वैसे गुणसूत्र जो लिंग निर्धारण में सहायक होते हैं, लिंग गुणसूत्र कहलाते हैं तथा अन्य गुणसूत्रों को अलिंग गुणसूत्र (autosomes) कहते हैं।


मनुष्य में लिंग निर्धारण मनुष्य के एक कोशिका में गुणसूत्र के 23 जोड़े (46) होते हैं। एक मानव शुक्राणु या अंडाणु में 23 गुणसूत्र होते हैं, जो न्यूनीकरण विभाजन (Meiosis) से बनते हैं। लेकिन संलयन के बाद में पुनः द्विगुणित हो जाते हैं। यदि उस जोड़े में समरूप गुणसूत्र (XX) हैं तो लिंग मादा है और यदि असमरूप हैं (XY) तो लिंग नर है। आदमी विषमयुग्मक लिंगी है अर्थात दो प्रकार के लिंग गुणसूत्र (X एंव Y) होते हैं जिससे दो भिन्न युग्मक होते हैं जिसमें एक x और दूसरा Y गुणसूत्र वाला होता है।


लिंग सहलग्नता वंशागति (Sex linked inheritence) : लिंग गुणसूत्रों के जीनों द्वारा लक्षणों की वशांगति का नियंत्रण लिंग के साथ बदलता है। इसे लिंग सहलग्नता कहते हैं।


Comments