ज्वालामुखी किसे कहते हैं?
पृथ्वी की आंतरिक ( भीतरी ) सतह से गर्म पदार्थ ( लावा, गैसें, भाप आदि) पदार्थ का निकास जिस छिद्र या दरार से होता है उसे ज्वालामुखी कहते हैं।
आपको बता दें कि ज्वालामुखी के उद्द्भेदन में जलवाष्प की मात्रा सर्वाधिक होती है। अन्य गैसों में सल्फर डाई आक्साइड, हाइड्रोजन और कार्बन डाइऑक्साइड होती है।
ज्वालामुखी के प्रकार
सक्रियता के आधार पर तीन प्रकार के ज्वालामुखी पाए जाते हैं-
1. सक्रिय ज्वालामुखी :- ऐसे ज्वालामुखी जिनके मुख से हमेशा धूल, धुँआ, गैसें, वाष्प आदि पदार्थ निकलते रहते हैं, उसे सक्रिय ज्वालामुखी कहते हैं।
विश्व के प्रमुख सक्रिय ज्वालामुखी----
● क़िलायू ज्वालामुखी - हवाई द्वीप ( अमेरिका )
● कोटोपैक्सी ज्वालामुखी - इक्वेडोर
● माउंट इरेबस ज्वालामुखी - अंटार्कटिका
● बैरन ज्वालामुखी - अंडमान द्वीप ( भारत )
● ओजल डेल सालाडो ज्वालामुखी - अर्जेंटीना, चिली सीमा पर
● स्ट्राम्बोली ज्वालामुखी - लेपारी द्वीप
● माउंट एटना ज्वालामुखी - सिसली, इटली
● मोनालोवा ज्वालामुखी - हवाई द्वीप
2. प्रसुप्त ज्वालामुखी :- ऐसे ज्वालामुखी जिनमें हाल ही में कोई उद्दगार नहीं हुआ है लेकिन उसकी सम्भावना बनी हुई है, प्रसुप्त ज्वालामुखी कहलाता है।
विश्व के प्रमुख प्रसुप्त ज्वालामुखी----
● विसुवियस ज्वालामुखी - इटली
● फ्यूजियामा ज्वालामुखी - जापान
● क्राकाटाओ ज्वालामुखी - इंडोनेशिया
● नारकोंडम ज्वालामुखी - अंडमान निकोबार द्वीप
3. शांत ज्वालामुखी :- ऐसे ज्वालामुखी जो पूर्ण रूप से समाप्त हो जाता है और उसके मुख में जल आदि भर जाता है, तब उसे शांत ज्वालामुखी कहते हैं।
विश्व के प्रमुख शांत ज्वालामुखी------
● पोपा ज्वालामुखी - म्यांमार
● एकांकागुआज्वालामुखी - तंजानिया
● कोहसुल्तान एवं देवबंद ज्वालामुखी - ईरान
● किलिमंजारो ज्वालामुखी - तंजानिया
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